JAIPUR जयपुर में जलभराव, विधायक कंधे पर सवार
JAIPUR नदी में मिले दंपती के शव, उदयपुर में स्कूल की बिल्डिंग ढही

राजस्थान में भारी बारिश से कई जिलों में बाढ़ के हालात हो गए। कोटा, बूंदी, झालावाड़, धौलपुर, टोंक सहित कई जिलों में नदियां उफान पर हैं। इस कारण यहां के कोटा बैराज, बीसलपुर, नवनेरा, गरड़दा डैम से लाखों क्यूसेक पानी की निकासी हो रही है।
इन डैम के निचले क्षेत्रों में बसे गांव डूब गए हैं। परवन नदी में उफान के चलते बारां-झालावाड़ हाईवे भी बंद है। झालावाड़ के भवानीमंडी के कई गांव रेवा नदी के कारण डूब गए हैं।
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यहां तक पहुंचने के लिए कलेक्टर-एसपी को ट्रैक्टर पर सवार होना पड़ा। भारी बारिश के कारण बूंदी, उदयपुर, दौसा में हुए हादसों में स्कूल, घर व सड़क को नुकसान पहुंचा है। धौलपुर में पार्वती नदी में पति-पत्नी के शव तैरते मिले हैं।
वहीं, जयपुर जिले में सोमवार को मूसलाधार बरसात हुई। इस दौरान सांभर एरिया में हुए जलभराव की स्थिति देखने के लिए स्थानीय विधायक लोगों कंधे पर बैठ गए।
पुल के ऊपर से बह रही नदी, मकान ढहा
कोटा में लगातार बरसात के कारण चंबल, परवन सहित कई नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। परवन नदी में उफान के कारण बारां-झालावाड़ हाईवे भी सोमवार रात से बंद है।
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बपावर गांव के पास बने पुल के ऊपर से नदी का पानी बह रहा है। इस कारण पुल के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी लाइन लग गई है। वहीं, बूंदी के नैनवां के एक गांव में मंगलवार सुबह मकान ढह गया।
इसमें कई गाड़ियां दब गईं। जिले के गरड़दा बांध के ओवरफ्लो होने के कारण 20 से ज्यादा गांवों में बाढ़ के हालात हो गए हैं। उदयपुर में पीपला गांव के सरकारी स्कूल के दो क्लासरूम सोमवार रात ढह गए।
वहीं, धौलपुर के दिहोली थाना क्षेत्र में पार्वती नदी में दो शव मिलने से सनसनी फैल गई।
नवनेरा डैम के 27 गेट खोलकर पानी की निकासी
ईआरसीपी योजना में कालीसिंध नदी पर बने नवनेरा डैम के भी 27 गेट खोले गए है। यहां से करीब 3 लाख 50 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। मंगलवार सुबह कोटा बैराज के दो गेट खोले गए।
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इधर बीसलपुर डैम से लगातार पानी की निकासी की जा रही है। फिलहाल 6 गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है। वहीं, सोमवार को भी कोटा बैराज के 12 गेट खोले गए थे।
इससे नयापुरा क्षेत्र की निचली बस्तियों में स्थिति गंभीर हो गई है। ब्रजराज कॉलोनी और हरिजन बस्ती में चंबल का पानी घरों तक पहुंच गया है।
