DELHI ब्लास्ट केस में जांच एजेंसियों को आतंकी डॉ. उमर से जुड़ी कई अहम जानकारियां हाथ लगी हैं।
सूत्रों के मुताबिक, जांच में अब तक दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में लगे 5 CCTV कैमरों में उमर की गतिविधियों के स्पष्ट फुटेज मिले हैं। ये वीडियो 8 से 10 नवंबर के बीच के बताए जा रहे हैं, जब उमर दिल्ली में अपनी टीम से मुलाकात कर रहा था और ब्लास्ट की साजिश को अंतिम रूप दे रहा था।
पहला CCTV वीडियो साउथ दिल्ली के जामिया नगर इलाके का बताया जा रहा है, जिसमें उमर को एक सफेद कार से उतरकर एक छोटे कैफे की ओर जाते हुए देखा गया है। दूसरा वीडियो उसी रात के करीब 10:45 बजे का है, जिसमें वह ओखला सब्जी मंडी के पास एक संदिग्ध युवक से मिलते हुए नजर आ रहा है।
तीसरा वीडियो ब्लास्ट से दो दिन पहले यानी 9 नवंबर का है, जब उमर को आईटीओ फ्लाईओवर के नीचे एक लाल इकोस्पोर्ट (DL10-CK-0458) गाड़ी में बैठते हुए देखा गया। माना जा रहा है कि यही वही वाहन है जिसका इस्तेमाल ब्लास्ट में किया गया।



चौथा वीडियो करोल बाग इलाके का है, जहां उमर को मोबाइल फोन पर बात करते हुए और किसी बैग को उठाकर ले जाते हुए देखा गया। यह वीडियो जांच एजेंसियों के लिए बेहद अहम माना जा रहा है, क्योंकि इसी बैग में विस्फोटक सामग्री होने की आशंका जताई जा रही है।
पांचवा और सबसे अहम CCTV फुटेज ब्लास्ट वाले दिन का है, जिसमें उमर को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास टहलते हुए देखा गया है। इसके कुछ ही घंटों बाद धमाका हुआ। एजेंसियों ने इन सभी फुटेज को फॉरेंसिक टीम को भेज दिया है ताकि वीडियो की स्पष्टता और समय-सीमा की पुष्टि हो सके।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और NIA दोनों मिलकर इस केस की जांच कर रहे हैं। शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि डॉ. उमर का कनेक्शन PoK (पाक-अधिकृत कश्मीर) में बैठे आतंकी संगठनों से है। उमर ने अपनी पढ़ाई मेडिकल यूनिवर्सिटी से की थी, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में उसने कट्टरपंथी संगठनों से संबंध बना लिए थे।
फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां उमर के दिल्ली में ठिकानों की तलाश कर रही हैं, जबकि इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम में भी छापेमारी जारी है। जांच अधिकारियों का कहना है कि इन CCTV फुटेज से ब्लास्ट के पीछे की साजिश की कड़ी दर कड़ी खुलने लगी है।
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