नीतीश कुमार का दसवीं बार मुख्यमंत्री बनना सिर्फ एक राजनैतिक उपलब्धि नहीं है
— यह बिहार की राजनीति में उनकी बेजोड़ पकड़, गठबंधन-कौशल और लंबे समय तक कायम रहने की कला का भी परिचायक है। इससे यह साफ है कि वे अभी भी बिहार के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक हैं। लेकिन अब असली परीक्षा यह है कि वो अपने इस नए कार्यकाल में जनता की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे या नहीं।
10वीं बार बिहार के CM बने नीतीश कुमार:शपथ के बाद PM से मिलाया हाथ, सम्राट चौधरी समेत 26 मंत्रियों ने ली शपथ

नीतीश कुमार ने 10वीं बार बिहार में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। गांधी मैदान में हो रहे भव्य समारोह में PM मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई बड़े भाजपा नेता मौजूद हैं।
हरियाणा, असम, गुजरात, मेघालय, यूपी, नगालैंड, ओडिशा, दिल्ली और राजस्थान के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए हैं। मंच पर चिराग पासवान ने मांझी और जेपी नड्डा के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।
डिप्टी सीएम के रूप में सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने शपथ ली। कुल 26 विधायक मंत्री पद की शपथ ले रहे हैं।
नीतीश कैबिनेट में इस बार नए चेहरों को मौका दिया गया है। रामकृपाल यादव, श्रेयसी सिंह को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। चिराग की पार्टी से 2 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। इसमें संजय सिंह भी शामिल हैं। संजय सिंह महुआ से चुनाव जीते हैं। उन्होंने लालू यादव के बेटे तेजप्रताप को मात दी थी।
